Jazbaat
The way I look at life and the life looks at me.
Sunday, December 13, 2009
ज़िन्दगी
प्रिय दोस्तों,
अपने क्रम से उल्टा चल रहा हूँ, इसके लिए माफ़ी चाहता हूँ। मेरी एक ग़ज़ल "ज़िन्दगी" राजस्थान पत्रिका में २७-०६-२००८ को प्रकाशित हुई थी, इसे भी आप सभी के साथ बाँटना चाहता हूँ। पढ़िए ज़िन्दगी का लुत्फ़ उठाइए और बताइए की रचना कैसी लगी
।
धन्यवाद,
अश्विनी बग्गा।
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