Saturday, December 27, 2008

चटनी

"आ गए? हो गई सुबह की सैर? नौ बज रहे हैं, सूरज चढ़ आया है, पर सैर ख़त्म होने का नाम ही नही लेती है"|

घर में कदम रखते ही शकुंतला के स्वर कान में मिश्री की भांति घुल गए| खैर अब तो रोज़ की बात है|
"आ गया भागवान| काहे घर सर पर उठती हो?" तभी वह हाथ पोंछती हुई कमरे में आ गई और कुरते की ओर देखते हुए बोली - "हे राम! कहाँ सवेरे सवेरे कुरते पर दाग लगवा आए?"

"चंदू की दूकान पर गरम कचोरी उतर रही थी, सोचा चख लू| कमबख्त न जाने कैसे इमली की चटनी गिर गई| चिंता न करो धुल जाएगा|"

"अब आप ही धोइएगा| मैं नहा चुकी| अभी धो लीजिये वरना दाग नही जाएगा| "

"गोपाल ने राशन भिजवाया क्या? कपड़े धोने ये साबुन नही है गुसलखाने में|" - मैंने पूछा|

"ये गोपाल भी न! कभी टाइम पर सामान नही पहुंचाता| मैं लाये देती हूँ बाहर से|"

दस मिनट गुज़रने के बाद भी शकुंतला नही लौटी| मैं बरामदे में चहल कदमी करने लगा और बार बार घड़ी की ओर देखने लगा | तभी वह आ गई|

"लीजिये ले आई साबुन| अब नहा लीजिये और कपड़े भी धो लीजियेगा" - साबुन हाथ में थमाते हुए उसने मुझसे कहा|

साबुन लेते समय मेरी नज़र उसके साडी के पल्लू पर पड़ गई| इमली की चटनी - कमबख्त फिर कचोरी से फिसल गई| अब क्या करे चटनी चीज़ ही ऐसी है, ज़बान पर लगे बिना जी नही भरता|

"भागवान तुम्हारी साडी पर चटनी लग गई है| धो लो वरना दाग नही जाएगा और हाँ मेरा कुरता रखा है ज़रा उसे भी धो देना|" इतना कह कर मैं कुर्सी पर अख़बार ले कर बैठ गया| मंद मंद मुस्कुराते हुए अख़बार के पन्ने पलटने लगा और शकुंतला कपड़े धोने में जुट गई|

6 comments:

  1. brings a sweet smile to your face. yeh kambaqth chatni cheez hi aisi hoti hai, zaban fisal hi jaati hai....

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  2. Thanks a lot 4 ur suggestion. Thanks a lot!

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  3. nice small story which bring smile on face, but need to improve the way dialog written.

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  4. Rightly said Vishal. This is just the beginning. I feel too that the concept is good but I need to tighten up the language. Thank you very much for your valuable suggestions.

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  5. bahut khoob, chatni ke saath kota ki kachori, lajwaab ,

    aapki chatni padte padte hi kachori ka swaad aane lagaa,
    blogging ki duniya main aapka swagat hai,
    apne blog ko http://chitthajagat.in aur http://blogvani.com par jode,

    saadar
    hem jyotsana

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  6. बहुत सुंदर रचना
    हिंदी ब्लाग जगत में आपका स्वागत है।

    pls visit...
    www.dweepanter.blogspot.com

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